Interesting facts about iron in hindi general knowledge लोहे को जंग क्यों लगती है आपने अक्सर देखा होगा कि लोहे की किसी बस्तु को अधिक समय (ज्यादा देर) तक रखने देने पर उसके ऊपर एक परत जमने लग जाती है जिसे जंग कहते हैं आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों तो आइये जानते हैं
लोहे के चाकू छरी हथौड़े और कई पेज का या किसी अन्य को किसी नमी वाले स्थान में कुछ दिन रख दिया जाए तो इन चीजों पर कत्थई यानी ब्राउन कलर का एक परत सी जनजाति है इसी परत को जंग लग जाता हैं जंग वास्तव में लोहे का आज साइड है जब लोहे कण परिमाण ऑक्सीजन से सहयोग होता है।
Interesting facts about iron in hindi लोहे को जंग क्यों लगती है जब लोहे को किसी नमी(सपाती)वाले स्थान पर रखा जाता है तो लोहे के कण कुछ भाग ऑक्सीजन और नमी के साथ मिलकर क्रिया करने लग जाते हैं और इस क्रिया को ऑक्सीकरण की क्रिया कहते हैं लोहे के कण ऑक्सीजन के साथ मिलकर लोहे का ऑक्साइड बनाने लग जाते हैं और लोहे में जंग लगने लग जाती है लोहे में जंंग लगने के लिए नमी और ऑक्सीजन का होना जरूरी है अगर ये उपस्थित नहीं होंगी तो लोहे में जंंग नहीं सकती।
बड़े भाग के लोग ध्यान नहीं देते परंतु यदि आप अपनी मेमोरी रिमाइंड करेंगे तो आप को ध्यान में आएगा कि कि लोहे की नई वस्तु चमकदार होती है परंतु धीरे-धीरे उसमें लालिमा युक्त परत चढ़ती जाती है जिसे जंग कहते हैं। इसी प्रक्रिया को जंग लगना कहते हैं। पहले रंग बदलता है और फिर जंग दिखाई देने लगती है फिर ए लोहा सड जाता है।
Interesting facts about iron in hindi me लोहे को जंग क्यों लगती है
लोहे के परमाणुओं का ऑक्सीजन ऑक्सियों oxygen से मिलना ऑक्सीकरण क्रिया कहलाती है लोहे पर जंग लगने के लिए ऑक्सीजन और नमी का होना अत्यंत जरूरी है सूखे स्थान पर लोहा ऑक्सीजन oxygen से सहयोग नहीं करता नमी और ऑक्सीजन की उपस्थिति में ही लोहे के परमाणु धीरे-धीरे ऑक्सीजन से मिलकर लोहे Exide बनाते रहते हैं और जंग क्रिया जारी (सरू) रहती है जब लोहे की किसी अन्य वस्तु पर जंग लगना शुरू होता है तब तो उस वस्तु की सारी सतह पर फैल जाता है जंग पानी उस वस्तु के दूसरे हिस्सों के प्रमाण को ऑक्साइड बनाने में मदद करता है ।
लोहे के परमाणुओं का ऑक्सीजन ऑक्सियों oxygen से मिलना ऑक्सीकरण क्रिया कहलाती है लोहे पर जंग लगने के लिए ऑक्सीजन और नमी का होना अत्यंत जरूरी है सूखे स्थान पर लोहा ऑक्सीजन oxygen से सहयोग नहीं करता नमी और ऑक्सीजन की उपस्थिति में ही लोहे के परमाणु धीरे-धीरे ऑक्सीजन से मिलकर लोहे Exide बनाते रहते हैं और जंग क्रिया जारी (सरू) रहती है जब लोहे की किसी अन्य वस्तु पर जंग लगना शुरू होता है तब तो उस वस्तु की सारी सतह पर फैल जाता है जंग पानी उस वस्तु के दूसरे हिस्सों के प्रमाण को ऑक्साइड बनाने में मदद करता है ।
लोहे में जंग लगने से कैसे रोके amazing facts in hindi gk
जंग लगने को रोकना वैज्ञानिकों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या (मुश्किल भरा) रहा है क्योंकि लोहे की बड़ी मशीनें रेलगाड़ी मोटर railway साइकिल bicycle जहाज आदि हजारों चीजें जंग लगने के कारण खराब हो जाती है जिसे लाखो का कभी नुकसान भी होता है। लोहे पर जंग लगने को पैन्ट (कलर रंगना) या किसी प्लास्टिक की पतली परत चढ़ा कर कुछ हद तक रोका जा सकता है, पिंटिया प्लास्टिक की पतली परत के कारण लोहे के प्रमाण पानी के संपर्क contact में नहीं आ सकते इसीलिए ऑक्सीजन oxygen लोहे से सहयोग नहीं कर पाती और जंग नहीं लग पाती।
Interesting facts about iron in hindi लोहे को जंग क्यों लगती है general knowledge
लोहे को एक मजबूत धातु माना जाता है लेकिन यह मजबूत धातु सूरज की धूप में वाष्पीकरण के माध्यम से गायब हो जाने वाले पानी के सामने कमजोर साबित हो जाती है। सवाल यह है कि लोहे में जंग क्यों लगती है और पानी में ऐसा क्या होता है जिसके कारण लोहे में तेजी (जल्दी से) से जंग लगती है और लोहा खत्म हो जाता है।
संक्षारण क्या होता है
संक्षारण का अर्थ है क्षरण अर्थात धीरे-धीरे समाप्त होना।जब कोई धातु अपने आसपास अम्ल या आद्रता(नमी) के संपर्क contact में आ जाती है तब संक्षमण हो जाती है। लोहे का संक्षारण एक गंभीर समस्या। इसके अतिरिक्त चांदी के ऊपर काली परत तथा तांबे के ऊपर हरी परत चढ़या जाता है
लोहे पर जंग के बारे में कुछ रोचक तथ्य हिन्दी में
आपको जानकार हैरानी होगा कि विश्व के कुल उत्पादन का 15% लोहा जंग लगने के कारण ख़राब या नष्ट हो जाता है।
लोहे पर जंग लगना एक विद्युत रासायनिक क्रिया है। जिसमें आयरन,आयरन ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है इस कारण जंग लगता है।
पानी के कारण लोहे में जंग क्यों रहती है
जब पानी के कुछ बूंदे लोहे के संपर्क में आती है तो पानी की बूंदों में ऑक्सीजन (O2) और कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) carbon dioxide उपस्थित रहती है, यह पानी की बूंदे लोहे पर एक परत बना लेती है। पानी की बूंदों में कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) होने के कारण,पानी की चालकता बढ़ जाती है और पानी जल अपघट्य की तरह व्यवहार करता है। यहाँ जल अपघट्य कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2) carbon dioxide के साथ क्रिया करके विद्युत अपघट्य की तरह आयनों में टूटता है।
आसान शब्दों में समझिए जंग केसे लगती है general knowledge hindi
लोहा मजबूत नहीं बल्कि कच्ची धातु होती है। इसीलिए उसे पकाना पड़ता है जिसे उनके गुणधर्मों बदलाव लाते हैं। क्योंकि वह कच्ची धातु होती है और दूसरी धातुओं की तुलना में ज्यादा उपलब्ध है इसलिए लोहे का उपयोग ज्यादा किया जाता है। आसान शब्दों में कहें तो लोहे पर जंग लगने की प्रक्रिया, लोहे की मृत्यु की प्रक्रिया है। जैसे इंसान की हर सांस के साथ उसकी उम्र घट जाती है, ठीक उसी प्रकार हवा के हर झोंके के साथ लोहे की उम्र घट जाती है जिसे हम जंग लगना कहते हैं।
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